Surdas Bhramar Geet Sar PDF: आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम आपके साथ भ्रमरगीत सार PDF शेयर करेंगे जिसे आप इसी पोस्ट में नीचे दिए गए डायरेक्ट डाउनलोड लिंक के माध्यम से डाउनलोड करके पढ़ सकते है|
भ्रमरगीत सार भारत के महान कवी सूरदास के पदों का संग्रह है जिसे आचार्य रामचन्द्र शुक्ल द्वारा प्रस्तुत किया गया है| इस पोस्ट का मकसद आपके साथ सम्पूर्ण भ्रमरगीत सार को पीडीऍफ़ के रूप में शेयर करना है|
Surdas Bhramar Geet Sar PDF
PDF Name | भ्रमरगीत सार PDF |
Language | Hindi |
No. of Pages | 724 |
PDF Size | 27.8 MB |
Category | Books |
Quality | Excellent |
भ्रमरगीत सार PDF Summary
भ्रमरगीत सार में कुल 400 पद है जो सूरसागर और भ्रमरगीत से छांटकर तैयार किया गया है| भ्रमरगीत सार का संपादन आचार्य रामचन्द्र शुक्ल द्वारा किया गया है|
सूरदास का नाम हमलोग सब जानते है सुरदार कृष्णभक्ति के लिए बहुत ही व्याख्यात कवि, संत और एक बहुत ही चर्चित संगीतकार थे| सूरदास के जन्म और मृत्यु का सटीक जानकारी अब तक हमलोग के पास उपलब्ध नहीं है|
सूरदास के पिता का नाम रामदास गायन थे और इनका गुरु श्री वल्लभाचार्य थे| कई विद्वानों का यह भी कहना है कि सूरदास अपने गुरु से सिर्फ 10 दिन ही छोटे थे|
प्राप्त जानकारी के अनुसार महँ कवि सूरदास का जन्म 1478 ईस्वी में आगरा-मथुरा रोड पर स्थित रुनकता नामक स्थान पर हुआ था|
और इसने अंधे होने के पीछे भी दो कहानिया है कई विद्वानों का कहना है कि सूरदास बचपन से ही अंधे थे इसीलिए उन्हें घरवाले उन्हें घर से बाहर निकल दिए थे तो कुछ विद्वानों का कहना है कि यह तर्क गलत है|
अगर आप सूरदास के बारे में विस्तृत जानकारी चाहते है तो आपको सूरदास का जीवन परिचय पीडीऍफ़ को अवश्य डाउनलोड करना चाहिए|
इस पोस्ट में हम आपके साथ भ्रमरगीत सार को पीडीऍफ़ के रूप में शेयर कर रहे है, इस पीडीऍफ़ को यथासंभव अच्छे क्वालिटी में स्कैन किया गया है|
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