इस पोस्ट के माध्यम से हम आपके साथ मुगलों की धार्मिक नीति PDF नोट्स शेयर करेंगे, जिसे आप निशुल्क डाउनलोड करके अपने फ़ोन या कंप्यूटर की सहायता से पढ़ सकते है|
भारत जैसे बड़े देश में भी मुगलों का शासन बहुत ही लम्बे समय तक चला और बहुत सारे शक्तिशाली मुग़ल शासक भारत के कई क्षेत्र में शासन किये| आज का यह पोस्ट मुगलों की धार्मिक नीति की जानकारी को पीडीऍफ़ नोट्स के रूप में लेकर आया है|
मुगलों की धार्मिक नीति PDF
PDF Name | मुगलों की धार्मिक नीति PDF |
Language | Hindi |
No. of Pages | 13 |
PDF Size | 0.16 MB |
Category | History |
Quality | Excellent |
मुगलों की धार्मिक नीति PDF summary

भारत में मुग़ल का शासन बाबर के द्वारा शुरू किया गया था और इसके बाद मुग़ल वंश को इसी के वंशज हुमांयू, अकबर, जहाँगीर, शाहजहाँ, औरंगजेब आदि के द्वारा आगे बढाया गया|
लेकिन जैसे-जैसे भारत में मुग़ल शासन का समय बढ़ने लगा और नए-नए राजा बनते गए वैसे-वैसे मुग़ल साम्राज्य कमजोर पड़ने लगा|
मुग़ल साम्राज्य के सभी शासक का धार्मिक निति रहा है| मुग़ल साम्राज्य का स्थापना करने वाला बाबर सुन्नी मुसलमान था और वह अपने ईश्वर पर बहुत ज्यादा श्रद्धा रखता था, बाबर का कहना था कि इस दुनिया में ईश्वर के विरुद्ध कुछ भी संभव नहीं है|
वही बाबर के बाद हुमांयू मुग़ल साम्राज्य के गद्दी पर बैठा था यह भी सुन्नी मुसलमान से अपना ताल्लुक रखता था| और हुमांयू के बाद मुग़ल साम्राज्य के गद्दी पर अकबर बैठा|
अकबर के धार्मिक निति को को सर्वश्रेष्ठ मना गया गया है इसी के साथ अकबर महान शासक होने के साथ-साथ सामाजिक और धार्मिक सुधारक भी थे|
अकबर का इतिहास बहुत ही वृहद् है और अकबर का इतिहास हम सब को एक बार अच्छे से अवश्य पढना चाहिए|
Download मुगलों की धार्मिक नीति PDF
प्रश्न:- अकबर ने किस नीति को अपनाते हुए भारत में राष्ट्रीय एकता स्थापित करने का प्रयास किया था?
उत्तर:- धार्मिक उदारता की नीति
प्रश्न:- भारत में मुग़ल साम्राज्य का स्थापना किसके द्वारा किया गया था?
उत्तर:- बाबर के द्वारा
प्रश्न:- मुग़ल साम्राज्य में किसके शासनकाल में धार्मिक असहिष्णुता की नीति का बीजारोपण हुआ था?
उत्तर:- जहाँगीर और शाहजहाँ
प्रश्न:- बाबर का ताल्लुक किस जाति से था?
उत्तर:- सुन्नी मुसलान
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