आज के इस पोस्ट में हमलोग जानेंगे की Padap me Bhojan ka Sthanantaran Kaise Hota Hai और क्यों फ्लोयम उतक को पादप में भोजन का स्थानांतरण के लिए बहुत ही उपयोगी माना जाता है|
जैसा की लगभग हम सभी जानते है की पादप में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के पश्चात भोजन का निर्मात होता है तो पादप के पत्तियों के द्वारा समपन्न होता है लेकिन क्या आपको पता है आखिर पादप द्वारा बनाया गया भोजन का स्थानातरण पापड़ के सभी भागो तक कैसे होता है| अगर आपको नहीं तो पता आप बिलकुल सही पोस्ट में आये है क्युकि आज के इस पोस्ट में हम इसी टॉपिक के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और आपको बिलकुल आसान भाषा में समझाने की कोशिश करूँगा|
पादप में भोजन का स्थानांतरण
पादप के पत्तियों के द्वारा प्रकश संश्लेषण की क्रिया करके बनाये गए उत्पाद या भोजन को पादप के विभिन्न भागो तक पहचाने की प्रक्रिया को स्थानातरण कहा जाता है और यह क्रिया पादप में फ्लोयम उत्तक के द्वारा सम्पन्न होती है| इसीलिए फ्लोयम उत्तक को पादप में भोजन का स्थानांतरण करने वाला उत्तक कहा जाता है|
फ्लोयम भोजन के अलावा पादप में अमीनो अम्ल तथा अन्य पदार्थों का परिवहन करने का भी कार्य करता है| ये पदार्थ मुख्य रूप से जड़ के भंडारण अंगों, फलों, बीजों तथा वृद्धि वाले अंगों में ले जाये जाते है ताकि पादप का विकास सही ढंग से हो पाए|
फ्लोयम हमेशा पादप के आवश्यकतानुसार ही भोजन का स्थानांतरण करता है|
अंतिम शब्द-
आज के इस पोस्ट में हमने जाना कि पादप में भोजन का स्थानांतरण कैसे होता है? अगर आपके मन में इस सवाल से जुड़े कोई भी सवाल हो तो आप हमे कमेंट के मध्यम से पूछ सकते है|