Shri Satyanarayan Vrat Katha PDF in Hindi: आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम आपके साथ श्री सत्यनारायण व्रत कथा PDF शेयर करेंगे, जिसे आप निशुल्क डायरेक्ट डाउनलोड लिंक का अनुसरण करके डाउनलोड कर सकते है, जिसे इसी पोस्ट में नीचे दिया गया है|
सत्यानारण भगवान् की पूजा भारत के लगभग सभी राज्यों में हिन्दू परिवार में होता ही है| सत्यनारायण पूजा को हिन्दू धर्म में बहुत ही महत्व दिया गया है| और ऐसा कहा जाता है कि सत्यानारण भगवान् की पूजा करने से हमारी मनोकामना अवश्य पूरा होती है, इसीलिए वर्ष में कम से कम एक बार अपने घर में सत्यनारायण भगवान् का पूजा का आयोजन अवश्य करना चाहिए|
Shri Satyanarayan Vrat Katha PDF in Hindi
PDF Name | श्री सत्यनारायण व्रत कथा PDF |
Language | Hindi |
No. of Pages | 99 |
PDF Size | 0.44 MB |
Category | Religion & Spirituality |
Quality | Excellent |
श्री सत्यनारायण व्रत कथा PDF Summary
सत्यनारायण पूजा यानि नारायण भगवान् जो विष्णु भगवान् के नाम से भी व्याख्यात है का पूजा कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रस्थिति में कर सकता है इसके लिए किसी भी प्रकार का कोई सुभ मुहरत नहीं देखा जाता है|
आमतौर पर भारत में शादी होने से पहले अथवा नए घर में प्रवेश करने से पहले सत्यनारायण भगवान् का पूजा अवश्य करते है| उत्तर भारत के राज्य बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखण्ड आदि राज्यों में सत्यनारायण भगवान् के पूजा को बहुत ज्यादा महत्व दिया जाता है|
नारायण यानि विष्णु भगवान् माता लक्ष्मी के पति है और यह कहा जाता है कि सत्यनारायण पूजा करने से हमे विष्णु भगवान् के साथ-साथ माता लक्ष्मी से भी आशीर्वाद प्राप्त होता है इसीलिए इस पूजा को भी ही गुणकारी और लाभकारी माना जाता है|
अगर आपका परिवार किसी विपदा से गुजर रहा है तो खासकर आपको सत्यनारायण पूजा का आयोजन अपने घर में अवश्य करना चाहिए ताकि आपके जीवन से विपदा का नास हो सके और आप एक खुशहाल जीवन व्यतीत कर सके|
श्री सत्यनारायण व्रत कथा पाठ विधि
श्री सतनारायण व्रत कथा का पाठ करने का विधि को नीचे क्रमबद्ध तरीके से समझाया गया है-
- सबसे पहले नहाधोकर भगवान् श्री सत्यनारायण का पूजा कर लें|
- जैस ही पूजा का समापन हो उसके बाद श्री सत्यनारायण भगवान् का जयकारा लगाकर व्रत कथा का पाठ करा प्रारंभ करे|
- एक बाद शुरू करने से सम्पूर्ण कथा का पाठ करके ही उठाना चाहिए|
- श्री सत्यनारायण व्रत कथा का पाठ सच्चे मन से और भगवान् विष्णु का स्मरण करते हुए करना चाहिए|
- सम्पूर्ण व्रत कथा समापन होने के बाद ही प्रसाद को दुरसे को ग्रहण करकने दे अथवा खुद ग्रहण करे|
- श्री सत्यानारण भगवान् का व्रत कथा का पाठ बहुत ही लाभकारी माना गया है इसीलिए इसका पाठ सच्चे और स्वच्छ मन से ही करें|
Download श्री सत्यनारायण व्रत कथा PDF
सम्पूर्ण सत्यनारायण व्रत कथा को पीडीऍफ़ के रूप में डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए डाउनलोड बटन का अनुसरण करें|
प्रश्न:- सत्यनारायण भगवान् का व्रत कथा का पाठ कब करना चाहिए?
उत्तर:- भगवान् श्री सत्यनारायण भगवान् का पाठ पूजा के समापन के तुरंत बाद करना चाहिए|
प्रश्न:- सत्यनारायण भगवान् का पूजा कब करना चाहिए?
उत्तर:- आप अपने इच्छानुसार कभी भी भगवान् सत्यनारायण का स्मरण करके पूजा कर सकते है|
आज के इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपके साथ Shri Satyanarayan Vrat Katha PDF in Hindi शेयर किया, उम्मीद है कि इस पोस्ट में शेयर किया गया पीडीऍफ़ आप डाउनलोड कर चुके होंगे, अगर डाउनलोड करने में कोई भी समस्या आये तो हमे कमेंट करके अवश्य बताएं|
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