मैया करू अंबे तेरी आरती हो मां | Maiya Karu Ambe Teri Aarti Lyrics in Hindi PDF


Join WhatsAppClick Here
Premium NotesJoin Telegram

आज के इस पोस्ट के माध्यम से हुमापके साथ Maiya Karu Ambe Teri Aarti Lyrics in Hindi PDF शेयर करेंगे, जिसे आप इसी पोस्ट में नीचे दिए गए डायरेक्ट डाउनलोड लिंक के माध्यम से निशुल्क डाउनलोड करके पढ़ सकते है|

अगर आप भी Maiya Karu Ambe Teri Aarti Lyrics को पीडीऍफ़ के फॉर्मेट में डाउनलोड करके पढना चाहते है तो आज का यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही उपयोगी हो सकता है क्योंकि माता के इस आरती को आप पीडीऍफ़ के फॉर्मेट में निशुल्क डाउनलोड कर सकते है|

Maiya Karu Ambe Teri Aarti Lyrics in Hindi PDF

PDF Nameमैया करू अंबे तेरी आरती हो मां PDF
LanguageHindi
No. of Pages1
PDF Size2 MB
CategoryReligious
QualityExcellent

मैया करू अंबे तेरी आरती हो मां PDF Summary

Maiya Karu Ambe Teri Aarti Lyrics

,माँ दुर्गा की यह आरती दुर्गापूजा के समय प्रत्येक परिवार में किया जाता है, और हमे मंदिरों में आरती के समय माता का यह आरती अवश्य सुनने को मिलना है|

माँ दुर्गा का यह आरती मन में सुकून देता है और एक अलग ही प्रकार का उर्जा देता है जिसके कारण हमारे मन में सकारात्मक उर्जा का विकास होता है|

अगर आप माँ दुर्गा पर आस्था रखते है तो आपको माँ दुर्गा के पूजा के बाद माता का यह आरती का पाठ अवश्य करें, इससे आपको पूजा का अच्छा लाभ मिलेगा|

Karu Ambe Teri Aarti Lyrics in Hindi
मैंया करूं दुर्गे तोरी आरती हो मां ।
अरे सब पर रहियो सहाय मैया मोरी ।। करूं ….1

अरे कंचन थाल सजा के रे, दिया कपूर जलाएं ।
पांच फूल की बतियां रे, मैया तोरे दरबार ।। करूं…2

अरे एक हाथ खप्पर लियो रे, दूजे में त्रिशुल ।
तीजे हाथ खाड़ा लिये रे, चौथे में धरे फूल ।। करूं…3

चम्पा-चमेली और केवड़ा रे, रघुवंश गुलाब |
मोंगरन कली छिटकन लगी रे, मैया तोरे दरबार ।। करूं… 4

दाहिने हाथ हिंगला लियो रे, डेरे में लंगूर ।
मैया तोरी विनती करत हो रे, माफ करियो कसूर ।। करूं… 5

चम्पा के फूलत चमेली फूली रे, फूले गेंदा और गुलाब ।
आधी रात के खिल रही रे, मैया तोरे दरबार ।। करूं… 6

शुंभ निशुंभ दोई दानव रे, जोधा बलवान ।
तीन भुवन उन जीतो रे, माने न हार ॥ करूं…7

खुली जोत जगतारन रे, सब सुनी है पुकार ।
सकल मनोरथ पूर्ण भयो रे, दुख हुए सब दूर ।। करूं…8

ओ मोरी आदि भवानी रे, रख लइयो मोरी लाज ।
सब मिलकर जस गावें रे, आये तोरे दरबार ।। करूं…9

सुमर-सुमर जस गावें रे, रहे चरण अपार ।
चरण छोड़ कहां जावे रे, आये शरण तुम्हार ।। करूं…10

Download मैया करू अंबे तेरी आरती हो मां PDF

माँ दुर्गा के इस आरती को पीडीऍफ़ के फॉर्मेट में डाउनलोड करने के लिए नीचे दिया गया डाउनलोड लिंक का अनुसरण अवश्य करें|

Related PDF-


Leave a Comment